तेरी याद
नयनों में थे यादों के दीप , हम न सोये रात भर ।
छलती रही वेदना हमको , नींद रूठी रात भर ।
एक तुम्हारा ही सवाल आता रहा
दिल में तेरा ही ख्याल आता रहा ,
पास होकर भी फासला रह गया
अधर पर तेरा नाम ही बस आता रहा ।
वादा करके तुम आये नहीं , जलते रहे हम रात भर ।
नयनों में थे यादों के दीप , हम न सोये रात भर ।
तुम गुजर के बहुत दूर गये
मैं केवल रास्ता देखता रहा ,
शायद तुमने भी पुकारा हो मुझे
नाम मेरा होंठो पे तेरे कांपता रहा ।
करवट बदलती रहीं यादें , जगते रहे हम रात भर ।
नयनों में थे यादों के दीप , हम न सोये रात भर ।
तेरी ठण्डी छाँव में भी जलते रहे
साथ तेरे भी तो हम सुलगते रहे ,
वो बाजी जो तुम जीत गये
हम जान बूझ कर हारते रहे ।
हसरतों को अब जला दिया , धुआँ उठता रहा रात भर ।
नयनों में थे यादों के दीप , हम न सोये रात भर ।
Aliya khan
02-Aug-2021 09:49 AM
Badiya
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BhaRti YaDav ✍️
30-Jul-2021 10:49 AM
Nice
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मनोज कुमार "MJ"
29-Jul-2021 10:46 PM
Waah bhai waah Bemishal ❤️
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